गंगापार, सितम्बर 23 -- मऊआइमा। परंपरा और आस्था के प्रतीक के रूप में प्रसिद्ध मऊआइमा की ऐतिहासिक रामलीला का शुभारंभ सोमवार को मुकुट पूजन के साथ विधिविधान से हुआ। यह रामलीला परंपरा वर्ष 1948 से लगातार आयोजित की जा रही है। रामबाग पक्का तालाब स्थित रामलीला मैदान में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मथुरा से विशेष रूप से मंगवाए गए सोने, चांदी और बहुमूल्य रत्नों से जड़े मुकुट एवं अस्त्र-शस्त्रों का वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ पूजन किया गया। ये मुकुट और अस्त्र-शस्त्र श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान, मेघनाद, कुंभकर्ण, रावण, अहिरावण और अन्य पात्रों के लिए तैयार किए गए हैं। मुख्य अतिथि सांसद फूलपुर प्रवीण पटेल ने कहा कि नवरात्र का पावन अवसर भारतीय संस्कृति का जीवंत प्रतीक है, जो हमें धर्म, सत्य और मर्यादा के पथ पर अग्रसर होने की प्र...