नई दिल्ली, सितम्बर 6 -- नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता जमाअत-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने शनिवार को जमाअत मुख्यालय में आयोजित मासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय व्यवसायों और बाढ़ प्रभावित समुदायों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने अमेरिकी टैरिफ में भारी बढ़ोतरी और देश भर में आई प्राकृतिक आपदाओं से हुई तबाही को गंभीर आर्थिक और मानवीय संकट बताया। हुसैनी ने कहा कि अमेरिकी आयात शुल्क 50 प्रतिशत तक बढ़ने से श्रम-प्रधान उद्योग तबाही की कगार पर हैं। सूरत के हीरा उद्योग, उत्तर प्रदेश के कालीन केंद्र और तिरुप्पुर के वस्त्र उद्योगों पर इसका खास असर पड़ा है। करीब 2,500 करोड़ रुपये के कालीन गोदामों में फंसे पड़े हैं और हजारों छोटे व्यवसाय बंद हो गए हैं। आंकड़ों के अनुसार, केवल वित्त वर्ष 2025 में ही 35,000 से अधिक एमएसएमई...