गया, जून 1 -- दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के बायोइन्फरमेटिक्स विभाग में गणितीय विज्ञान संस्थान (आईएमएससी), चेन्नई के प्रो. अरिजीत सामल द्वारा अतिथि व्याख्यान दिया गया। प्रो. अरिजीत सामल ने अपने व्याख्यान में कहा कि भारतीय पौधों और उनके घटक फाइटोकेमिकल्स में मधुमेह, कैंसर, हृदय संबंधी और कई तरह की बीमारियों के इलाज की अपार संभावनाएं हैं। इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय पौधों के फाइटोकेमिकल्स नई औषधि अणुओं की खोज के लिए सोने की खान हैं। प्रो. सामल ने बताया कि उनके चेन्नई स्थित प्रयोगशाला ने हाल ही में आईएमपीपीएटी नामक एक डेटाबेस विकसित किया है। मूलतः, यह एक ऑनलाइन स्टोर हाउस है, जिसमें पूरे भारत में उगाए जाने वाले 4000 से अधिक पौधों और 20,000 से अधिक रसायनों की जानकारी है, जो देश में अब तक विकसित सबसे ब...