वाशिंगटन, अक्टूबर 9 -- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने जेनेरिक दवाओं पर आयात शुल्क (टैरिफ) लगाने की योजना को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है। यह फैसला भारतीय फार्मा कंपनियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है, क्योंकि अमेरिका में उपयोग की जाने वाली लगभग 50 प्रतिशत जेनेरिक दवाएं भारत से आयात की जाती हैं। इस फैसले से उन लाखों अमेरिकी नागरिकों को भी राहत मिली है जो हाई ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन, अल्सर और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों के इलाज के लिए सस्ती भारतीय जेनेरिक दवाओं पर निर्भर हैं।भारत को कहा जाता है 'दुनिया की फार्मेसी' आईक्यूवीआईए (IQVIA) नामक वैश्विक चिकित्सा डेटा एनालिटिक्स कंपनी के अनुसार, अमेरिका में फार्मेसियों में बेची जाने वाली कुल जेनेरिक दवाओं में से 47 प्रतिशत दवाएं भारत से आती हैं। अमेरिका के घरेलू निर्माता करीब 30 प...