नई दिल्ली, जुलाई 2 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाना के बाद 3-4 जुलाई को कैरीबियाई देश त्रिनिदाद और टोबैगो की यात्रा पर रहेंगे। 45 फीसदी भारतवंशी आबादी वाले त्रिनिदाद से भारत के रिश्ते ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के हैं। यही कारण है कि पिछले 25 वर्षों में इस छोटे से देश में तीन भारतीय प्रधानमंत्रियों ने यात्रा की है। त्रिनिदाद 1962 में अंग्रेजी शासन से आजाद हुआ था और तभी से भारत के राजनयिक रिश्ते उससे स्थापित हैं। त्रिनिदाद में भारतवंशियों की प्रभावशाली मौजूदगी उसे भारत के लिए महत्वपूर्ण बनाती है। वहां की करीब 13.5 लाख की आबादी में 45 फीसदी भारतीय मूल के हैं। वहां की कुल आबादी में हिन्दू धर्मावलंबियों का प्रतिशत करीब 24 फीसदी है। यहां 180 साल पहले भारतीयों के कदम पड़े थे। 30 मई 1845 को पहला भारतीय यहां पहुंचा ...