नई दिल्ली, फरवरी 22 -- भाजपा 2014 के आम चुनाव के बाद से ही अलग मोड में है। कभी सवर्ण जातियों और कुछ अन्य समुदायों तक ही सीमित मानी जाने वाली भाजपा को अब लगभग सभी हिंदू जातियों के वोट मिलते हैं। भाजपा ने दलितों और ओबीसी के बीच भी तमाम राज्यों में अच्छी पैठ बनाई और उसका नतीजा विधानसभा से लेकर लोकसभा चुनाव तक देखने को भी मिलता है। लेकिन अब भाजपा उससे भी आगे की तैयारी कर रही है। भाजपा को 2019 के आम चुनाव में यूपी में 62 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार उसने 70 से ज्यादा सीटों का टारगेट तय किया है। भाजपा के रणनीतिकारों का कहना है कि पार्टी बसपा के जनाधार में सेंध लगाकर यह लक्ष्य हासिल करना चाहेगी। दरअसल बसपा जनाधार लगातार छीज रहा है। 2022 के विधानसभा चुनाव में तो उसे करीब 12 फीसदी वोट ही मिले थे और माना जाता है कि जाटवों के अलावा किसी अन्य समाज का...