लखनऊ, जुलाई 4 -- महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, हिमाचल और उत्तराखंड समेत 22 राज्यों में भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्षों का ऐलान कर दिया है। अब भी देश की सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पर कोई फैसला नहीं हो पाया है। इस बीच चर्चा है कि यूपी के भाजपा अध्यक्ष के चुनाव में और देरी होगी क्योंकि किसी एक नेता के नाम पर सहमति बन पा रही है। इसकी वजह सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरण साधना भी है। भाजपा को लगता है कि एक ऐसे नेता को अध्यक्ष बनाया जाए, जिससे सपा के पीडीए की काट हो सके। लेकिन एक चिंता यह भी है कि ब्राह्मण समाज सपा से नाराजगी का भी लाभ उठा लिया जाए, जो इटावा प्रकरण से आहत बताया जा रहा है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय अध्यक्ष तय होने के बाद भी प्रदेश यूनिट पर फैसला हो सकता है। इसकी वजह है कि र...