सुपौल, मार्च 7 -- वीरपुर, एक संवाददाता। इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित वीरपुर की धरती पर गुरुवार को विश्व के सबसे बड़े संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहनराव मधुकर भागवत का आगमन हुआ। सुबह11.50 बजे वे विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर पहुंचे और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में शामिल हो गए। दोपहर 12.51 बजे उन्होंने विद्यालय के नए भवन का लोकार्पण किया। 40 मिनट के संबोधन में संघ प्रमुख ने मानव जीवन की सार्थकता एवं शिक्षा के मूल्य पर विस्तार से बातें रखी। उन्होंने कहा कि मैंने साल 2020 में यहां आने का वादा किया था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण उस समय आना संभव नहीं हो सका। सीमा पर सर संघचालक बनकर आये यह हमारे लिए एक संकेत और सूचना भी है। संकेत यह है कि जो दुर्भाग्य के दिन है वो बदलने वाले हैं और सूचना यह है कि यह प्रयास करने से...
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