नई दिल्ली, जुलाई 19 -- Palmistry: हिंदू धर्म में हस्तरेखा शास्त्र का विशेष महत्व होता है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति की जानकारी हथेली पर बनी रेखाओं के जरिए प्राप्त हो जाती है। हस्तरेखा शास्त्र के जरिए इंसान भविष्य व भूतकाल का अनुमान लगा सकता है। हस्तरेखा शास्त्र में व्यक्ति की हथेली को पढ़कर उसके चरित्र या भविष्य के जीवन का मूल्यांकन किया जाता है। आइए जानते हैं, हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार भाग्यशाली कौन होता है-भाग्य रेखा- हर व्यक्ति की भाग्य रेखा अलग-अलग तरह की होती है। किसी की सीधी लंबी रेखा, किसी के हाथ में कटी-टूटी रेखा किसी की हथेली पर आड़ी-तिरछी भाग रेखा होती है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार जब कोई रेखा जहां से हथेली के मूल यानी कलाई के पास (मणिबंध) से शुरू होकर सीधे मध्यमा अंगुली पर जाकर मिलती हो उसे ही भाग्य रेखा कहते...