मुंगेर, जून 28 -- जमालपुर। निज प्रतिनिधि श्री देवी भागवत पुराण यानि देवी भागवत हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक है। यह पुराण देवी के महत्व और शक्ति को समर्पित है। इसमें देवी दुर्गा को ब्रह्मांड की सर्वोच्च शक्ति और निर्माता के रूप में दर्शायी गयी। यह पुराण देवी की महिमा, उनके विभिन्न रूपों, उनकी पूजा-अर्चना, और उनसे संबंधित कथाओं का वर्णन करता है। यह बातें गुजरात से आए ज्ञानी संत कौशिक भाई भट्ट ने शुक्रवार को श्रीश्री 108 महामाया शक्तिधात मंदिर की तृतीय स्थापना दिवस पर आयोजित 9 दिवसीय श्री देवी भागवत पुराण के दूसरे दिन प्रवचन देते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि श्री देवी भागवत पुराण देवी शक्ति का प्रतीक है। ब्रह्मांड की सर्वोच्च शक्ति और निर्माता के रूप में स्थापित है। उन्होंने कहा कि पुराण में देवी दुर्गा के विभिन्न अवतारों, उनकी शक्तियो...