नई दिल्ली, जून 26 -- इटावा में गैर ब्राह्मण होने के कारण भागवताचार्य से दुर्व्यवहार को लेकर काशी विद्वत परिषद ने गुरुवार को बैठक बुलाकर इस पर चर्चा की। परिषद के अध्यक्ष पद्मभूषण प्रोफेसर वशिष्ठ त्रिपाठी की अध्यक्षता में उनके आवास पर आयोजित हुई बैठक में सर्वसम्मति से इटावा की घटना की निंदा की गई। यादव होने के कारण कथावाचक के साथ हुई घटना को लेकर कहा कि भागवत कथा का हर हिंदू को अधिकार है लेकिन असत्य से बचना चाहिए। हमारे सनातन हिंदू समाज में यदुवंशियों को अत्यंत ही सम्मानजनक स्थान प्राप्त है। कुछ लोग राजनैतिक लाभ के लिए हिंदुओं को आपस में लड़वाने की कोशिश कर रहे हैं। यह हिंदुओं को आपस में समझना चाहिए। इस तरह की घटनाओं के बाद किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। परिषद के महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि हम...