दुमका, नवम्बर 21 -- सरैयाहाट, प्रतिनिधि। सरैयाहाट-जमुआ गांव में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ के छठे दिन कथा वाचक पंडित रवि रंजन शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा श्रवण से लोगों का कल्याण तो होता ही है यहां आसपास जितने भी जीव -जंतु, पशु -पक्षी है उसका भी कल्याण हो जाता है। कहा कि भागवत कथा जहां होती है उस घरती को जरूर नमन करें। कथा स्थल आये सातो दिन कथा श्रवण किया और इस घरती की मिट्टी को अगर माथे पर लगाया तो किस्मत बदलने में वक्त नहीं लगेगा। उन्होंने विदर्भ देश की राजकुमारी रुक्मिणी और भगवान श्री कृष्ण के विवाह का प्रसंग को विस्तार से वर्णन किया। यह प्रसंग सुन श्रोता आनंन्दित हो उठे। कथा का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि रुक्मिणी विदर्भ के राजा भीष्मक की अत्यंत सुंदरी और विद्वान पुत्री थी। जिन्हें देवी लक्ष्मी का अवतार भी माना जात...