गंगापार, मई 29 -- श्रीमद्भागवत कथा का विशेष महत्व है। मनुष्य बाल्यावस्था से लेकर मृत्यु तक सांसारिक गतिविधियों में लिप्त होकर अमूल्य जीवन को ईश्वर बना देता है। यह कथा जीवन के उद्देश्य के साथ ही सही दिशा को भी दर्शाती है। भागवत कथा सुनने मात्र से मनुष्य को जाने-अनजाने किए गए पापों से मुक्ति मिल जाती है। नकारात्मकता दूर होने से उसका जीवन सकारात्मक ऊर्जा से सशक्त हो जाता है। यह उद्गार गुरुवार को बहरिया के रामगढ़ कोठरी में श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के सातवें दिन जितेंद्र राम त्रिपाठी ने कहा कि जीवन में दुख-सुख आते-जाते रहते हैं। हालात चाहे कैसे भी हों, मनुष्य को कभी भी ईश्वर को नहीं भूलना चाहिए।

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