मिर्जापुर, नवम्बर 1 -- अहरौरा। नगर के सत्यांनगंज स्थित राधा कृष्ण मंदिर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में कथावाचक महंत राघवदास महाराज ने कहा कि पितरों के मोक्ष के लिए श्रीमद् भागवत कथा सुनना अत्यंत आवश्यक है। भागवत कथा का रसपान कराते हुए शुकदेवजी का आगमन, शुकदेव परीक्षित संवाद एवं द्रौपदी का भावपूर्ण चरित्र का वर्णन किया गया। व्यास जी ने शुकदेव और परीक्षित का संवाद सुनाते हुए कहा कि राजा परीक्षित के मृत्युदंड के भय और उनके जीवन के अंतिम क्षणों पर केंद्रित है। जब राजा परीक्षित को पता चला कि उन्हें तक्षक नाग के डसने से सातवें दिन मरना है, तो उन्होंने गंगा किनारे जाकर अनशन व्रत धारण किया और सभी संतों से आशीर्वाद मांगा। इस स्थिति में शुकदेवजी ने परीक्षित को भागवत कथा सुनाई। द्रौपदी चरित्र का सार समझाते हुए बताया कि अत्यधिक सुंदर, बुद्धिमान और प...