संभल, जून 24 -- क्षेत्र के गांव फरीदपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान सोमवार को कथा व्यास केहर सिंह महाराज ने शिव-पार्वती विवाह का अत्यंत भावपूर्ण एवं रोचक प्रसंग सुनाया गया। जैसे ही शिव विवाह का वर्णन शुरू हुआ, श्रद्धालुओं की आंखें श्रद्धा और भक्ति से भर आईं। कथा व्यास ने बताया कि पर्वतराज हिमालय की कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर माता जगदंबा उनके घर पुत्री रूप में अवतरित हुईं। वही पुत्री आगे चलकर माता पार्वती बनीं, जिनका विवाह भगवान शिव से हुआ। कथा में बताया गया कि बचपन से ही पार्वती मां भोलेनाथ की अनन्य भक्त थीं। जब महर्षि नारद मुनि ने पार्वती और शिव के विवाह का संयोग बताया, तो पर्वतराज भी सहर्ष तैयार हो गए। जब भगवान शिव अपनी अलौकिक बारात, जिसमें भूत-प्रेत, गण, और योगी सम्मिलित थे, लेकर पहुंचे, तो समस्त वातावरण रोमांचित हो उठा। कथा...