मुरादाबाद, सितम्बर 19 -- श्री शिव मंदिर प्रगति विहार मझोली में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन रुक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाया गया। कथा व्यास धीरशांत दास ने कहा भगवान की लीलाओं और रुक्मिणी विवाह की कथाएं सुनकर मनुष्य का जीवन पवित्र एवं सफल हो जाता है। हंसता हुआ चेहरा और हसंता हुआ मन ही मनुष्य की सच्ची संपत्ति है। उन्होंने कहा जिस कुल या परिवार में एक भी वैष्णव भक्त होता है। उसका पुण्य पूरे वंश को मिलता है। परिवार में यदि कोई भी पूजा कर रहा हो तो उसका फल भी सबको मिलता है। कथा व्यास ने रक्मिणी मंगल का प्रसंग सुनाया तो श्रद्धालु झूमने लगे। मंगल गीतों से भी भवन गूंजता रहा। अंत में आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। व्यवस्था में आकाश पाल, डा. विशेष गुप्ता, आशीष सिंह, संजीव गुप्ता, हरिओम गुप्ता, जगदीश यदुवंशी, शिवानी यादव, नीरु गुप्ता, मीन...
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