दुमका, नवम्बर 22 -- सरैयाहाट। सरैयाहाट-जमुआ गांव में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महायज्ञ के सातवें व अन्तिम दिन कथा वाचक पंडित रवि शंकर शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा मृत्यु के भय से मुक्ति दिलाती है।‌ इस कथा के श्रवण से व्यक्ति का सभी पाप नष्ट होते है, मन निर्मल होता है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होता है। रोग-शोक, पारिवारिक अशांति को दूर कर आर्थिक समृद्धि और खुशहाली लाता है। भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ भी कहा जाता है। सभी पापो से मुक्ति दिलाता है। यहां तक कि भागवत कथा से ग्रह दोष और पितृदोष भी मिट जाता है। कथा में उन्होंने कृष्ण और सुदामा के चरित्र का विस्तार से वर्णन किया।‌ कथा सुन श्रोता आनंन्दित हो उठे। उन्होंने कहा कि सुदामा के अवतार के बारे में विभिन्न मत है। कुछ मान्यताओं के अनुसार सुदामा महान ऋषि नारद का पुनर्जन्म थे, जो ...