कोडरमा, सितम्बर 2 -- कोडरमा, वरीय संवाददाता। झुमरीतिलैया के अग्रसेन भवन में चल रहे श्रीमद्भागवत सप्ताह पारायण यज्ञ की कथा का आयोजन श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ संपन्न हुआ। कथा का शुभारंभ श्रीमद्भागवत कथावाचक आचार्य रामकरण सहल जी महाराज ने यजमान अनुप जोशी एवं उनकी धर्मपत्नी नीलम जोशी के साथ विधिवत पूजा-अर्चना कर किया। कथा प्रसंग के दौरान आचार्य रामकरण सहल ने मनु-शतरूपा का वृतांत प्रस्तुत किया। उन्होंने उनकी संतान आकृति, प्रसूति, देवहुति एवं तीन कन्याओं का उल्लेख करते हुए जीवन में दृढ़ संकल्प शक्ति के महत्व पर प्रकाश डाला। ध्रुव चरित्र और राजा उत्तानपाद की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दृढ़ निश्चय सबसे बड़ी कुंजी है। आगे कर्दम मुनि और देवहुति की कथा का वर्णन करते हुए नौ कन्याओं और एक पुत्र के जन्म की कथा सुन...