सहारनपुर, सितम्बर 15 -- श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन गंगोह से आए भागवताचार्य पंडित सुधीर कौशिक ने कृष्ण-रुक्मिणी विवाह का प्रसंग सुनाया। जिसे सुनकर भक्त भाव विभोर हो गए। मंगलवार को कथावाचक ने बताया कि रुक्मिणी, विदर्भ की राजकुमारी थीं और कृष्ण से प्रेम करती थीं। उन्होंने रुक्मणि के भाई रुक्मी द्वारा उनका विवाह कृष्ण के शत्रु शिशुपाल से तय कर दिए जाने का प्रसंग सुनाया। श्रद्धालुओं में शेरपाल राणा, रघुनंदन सिंह, सुनील कोरी, नरेंद्रदत्त शर्मा, खंड कार्यवाह चंद्रकांत, संजय शर्मा, सूर्यप्रताप राणा, दुष्यंत कोरी, प्रियांशु कश्यप, अरुण प्रधान, पूनम शर्मा, रजनी कोरी, अनुज उमाही, बृजपाल शर्मा, दिव्यांश पंडित, ऋषिपाल राणा तथा अमरीश राणा आदि रहे।

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