रांची, मार्च 5 -- रांची, वरीय संवाददाता। जीईएल चर्च कलीसिया के लिए क्राइस्ट चर्च में बुधवार को भस्म बुधवार की विशेष धर्म विधि हुई। जीईएल चर्च के बिशप सीमांत तिर्की ने कहा कि भस्म बुधवार लेंट काल में प्रवेश का एक चिह्न है। यह 40 दिनों का काल है। इसे हम महोपवास काल के रूप में मनाते हैं। यह हमें प्रभु यीशु के क्रूस दुख व बलिदान पर मनन करने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि हम पश्चताप, उपवास के साथ उनके बलिदान को समझने का प्रयास करें। हमारे पापों की क्षमा के लिए प्रभु यीशु ने क्रूस पर दुख सहा। लेंट काल हमें आत्मिक नवीनीकरण का भी अवसर प्रदान करता है। भस्म बुधवार यह प्रकट करता है कि हम नश्वर प्राणी हैं, हम मिट्टी से बने हैं और फिर मिट्टी में ही मिल जाएंगे। मौके पर कई पादरी और कलीसिया के लोग मौजूद थे।
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