कटिहार, मार्च 26 -- कटिहार, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व चैती छठ इस वर्ष पहली अप्रैल से शुरू हो रहा है। चार दिवसीय इस पावन अनुष्ठान की शुरुआत भरनी और कृतिका नक्षत्र में होगी, जिससे इसका धार्मिक महत्व और बढ़ गया है। सीमांचल एवं कोसी के अलावा बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में यह पर्व अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। चार दिवसीय अनुष्ठान: पवित्रता और कठिन तपस्या का प्रतीक 1अप्रैल - नहाय-खाय (शुद्धता का संकल्प) आचार्य अंजनी कुमार ठाकुर ने बताया कि पहले दिन व्रती गंगा या किसी पवित्र जलाशय में स्नान कर शुद्ध और सात्विक भोजन ग्रहण करेंगे। परंपरा के अनुसार, कद्दू-भात और चने की दाल विशेष रूप से बनाई जाती है। यही भोजन ग्रहण कर व्रती अपने शरीर और मन को शुद्ध करते हैं, ताकि आने वाले कठ...