मुजफ्फर नगर, सितम्बर 26 -- रामलीला बाज़ार में आयोजित पुरानी रामलीला में मंचन कर रहे स्थानीय कलाकारों ने दासी मंथरा द्वारा माता कैकयी के कान भरने के बाद माता कैकयी को दिए वचन के चलते महाराज दशरथ द्वारा श्री राम को वनवास दिये जाने के बाद जैसे ही ननिहाल से भरत वापिस अयोध्या आते है, तो उन्हें बड़े भैया श्री राम के वनवास जाने की बात का पता चलता है। वह दासी मंथरा को सबक सिखाते है और फिर अपनी माता कैकयी जे नाराज होकर भगवान श्री राम को अयोध्या वापिस लाने के लिए वन जाते हैं, जहाँ भगवान श्री राम और भाई भरत का मिलाप होता है। भरत मिलाप की लीला ने लोगों को भावुक कर दिया। लीला देखकर पंडाल में मौजूद लोग भावविभोर हो उठे। इस दौरान व्यवस्था बनाने वालों में मुख्यरूप से पंकज संगल,मोहित गर्ग,गौरव पुष्कर शर्मा,अनिता पुष्कर शर्मा,आशीष संगल,तेजपाल वर्मा,पुनीत रस्त...
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