शाहजहांपुर, नवम्बर 15 -- फोटो 20: कैंट स्थित रामलीला मैदान में आरती करते वित्त मंत्री समेत अन्य श्रद्धालु। शाहजहांपुर, संवाददाता। कैंट स्थित रामलीला मैदान में चल रही मंगलमय परिवार की श्रीराम कथा के सप्तम दिवस ने भक्ति, वेदना और अनुपम आदर्शों का ऐसा दिव्य समागम रचा कि पूरा पंडाल भरत चरित्र की महिमा में डूब गया। विजय कौशल महाराज की वाणी में प्रस्तुत भरत-प्रेम की कथा ने सैकड़ों श्रद्धालुओं के हृदय को गहराई तक स्पर्श किया। आज का पूरा दिन रामायण के उस चरित्र को समर्पित रहा जिसे महाराज श्री ने "भक्ति का पर्वत" बताया। महाराज ने कहा कि रामायण में यदि किसी चरित्र का हृदय सबसे अधिक पवित्र और निर्मल है, तो वह भरत हैं। उन्होंने भावुक स्वर में कहा, भरत केवल भाई नहीं, राम-भक्ति का वह शिखर हैं, जिसके सामने पहाड़ भी छोटे पड़ जाते हैं। राम वन गए, पर भरत स...