बांका, जुलाई 6 -- अमरपुर (बांका), निज संवाददाता बांका जिले के अमरपुर प्रखंड अंतर्गत स्थित एक सौ वर्ष पुरानी भरको हाट की पहचान आज भी जीवित है, लेकिन उसकी हालत ऐसी हो चुकी है कि उसे देख कोई भी आसानी से कह सकता है कि यह विकास से कोसों दूर है। प्रशासनिक उपेक्षा और अनदेखी के कारण भरको हाट, जो कभी पूरे जिले की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी हाट में शुमार था, बदहाली की स्थिति में आ चुका है। यह हाट अपने अस्तित्व की सौ से भी अधिक वर्षों की कहानी समेटे हुए है, लेकिन अफसोस, समय के साथ-साथ हाट के हालात और बदतर होते चले गए। इतिहास और पहचान गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि यह हाट उनके दादा-परदादा के समय से लगता आ रहा है। पुराने समय में जब आज के जैसे बड़े बाजार नहीं थे, तब अमरपुर के भरको हाट को ही प्रमुख व्यापारिक स्थल माना जाता था। यह हाट न केवल आसपास के गांवों,...