नई दिल्ली, जुलाई 13 -- जम्मू-कश्मीर में इस्लामी संगठनों के एक समूह मुत्तहिदा मजलिस-ए-उलेमा (एमएमयू) ने रविवार को भड़काऊ बयानों के लिए पूर्व मंत्री इमरान अंसारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और सामुदायिक बहिष्कार का आह्वान किया। मुत्तहिदा मजलिस-ए-उलेमा में सुन्नी और शिया दोनों ही इस्लामी विचारधाराओं के विद्वान और नेता शामिल हैं। संगठन ने एक बयान में कहा कि इमरान रजा अंसारी लगातार और जानबूझकर उकसावे की गतिविधियों लिप्त हैं। कहा कि अंसारी ने सार्वजनिक रूप से पैगंबर मोहम्मद के 'सहाबा' (साथी) का अनादर किया है। यह व्यवहार पूरी तरह से अस्वीकार्य है। यह इस्लामी एकता, नैतिकता और परस्पर सम्मान की नींव पर सीधा हमला है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...