सासाराम, सितम्बर 28 -- परसथुआ, एक संवाददाता। आनंद कंद भगवान श्री राम दयालु के साथ-साथ कुशल राजा थे। उनकी नजर में प्रजा समान थी। उनके लिए अपना-पराया में कोई भेद नहीं था। उनके राज्य में बाघ व बकरी एक घाट पर पानी पीते थे। उक्त बातें रविवार को नुआंव रोड स्थित पूजा पंडाल में प्रवचन के दौरान आनंद महाराज जी ने कही। कहा कि भगवान श्री राम के शासन में किसी के साथ भेदभाव नहीं होता था। एक बार स्वयं भगवान श्री राम ने माता सीता पर आरोप लगते ही राज्य से बाहर निकाल दिया था। जो दर्शाता है कि उनकी नजर में दोषी कोई हो, उसे बख्शा नहीं जाता था। उन्होंने अपनी मर्यादा पर कभी आंच नहीं आने दी। महिलाओं से कहा कि अपने पति, ससुर व सास की हर बातों को मानें। उनकी सेवा करें। ताकि उनके बच्चे उनका अनुश्रवण कर परिवार की साख को बचाते रहें। परिवार की खुशहाली में योगदान कर स...