हापुड़, सितम्बर 22 -- श्री रामलीला समिति (रजि.) हापुड़ के तत्वाधान में दिल्ली रोड स्थित रामलीला मैदान में चल रहे रामलीला महोत्सव में वृंदावन से पधारे पवन देव चतुर्वेदी व्यास महाराज के नेतृत्व में भगवान श्रीराम को युवराज पद सौंपने और माता कैकई द्वारा महाराजा दशरथ जी से दो वरदान मांगने का मंचन हुआ। भगवान श्री राम जी का जब विवाह हो गया तो चारों भाई विवाह करके अयोध्या जी लौटे। लौटने के बाद अयोध्या जी में सब आनंद मंगल रहा। फिर एक दिन महाराज श्री दशरथ ने भगवान श्री राम को युवराज पद देने की घोषणा का प्रसंग चला। जब माता कैकई जी को यह बात पता चली कि महाराज श्री दशरथ जी, भगवान श्री राम को अयोध्या जी का राज पाठ देने वाले हैं तब उन्होंने महाराज श्री दशरथ जी को देव असुर संग्राम में महाराज द्वारा दिए गए दो वरदान जो बाकी थे याद दिलाए। माता कैकई ने अपने प...