संभल, सितम्बर 28 -- विकासखंड असमोली के गांव जसकोली में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के चौथा दिन भक्तिभाव में सराबोर रहा। कथावाचक स्वामी विजय स्वरूप जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण की दिव्य कथा का रसपान कराते हुए श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कथावाचक ने कहा कि जब पृथ्वी पर पाप और अधर्म का भार बढ़ता है। तब भगवान स्वयं अवतार लेते हैं। कंस के अत्याचारों से त्रस्त जनता जब पुकारने लगी, तब भगवान श्रीकृष्ण ने भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, बुधवार की मध्य रात्रि में मथुरा कारागार में जन्म लिया। भगवान के जन्म लेते ही चमत्कार घटित हुए जेल के फाटक स्वयं खुल गए, पहरेदार निद्रा में लीन हो गए, आकाश में बिजली चमकी, बादल गरजे, हल्की वर्षा होने लगी। श्रीकृष्ण ने माता देवकी और वासुदेव से कहा कि वे उन्हें गोकुल में नंद बाबा और माता यशोदा के ...