बहराइच, अक्टूबर 10 -- भगवान को कोई अहंकार से नहीं बांध सकता बहराइच। शहर के सिविल लाइन क्षेत्र स्थित एक गार्डेन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन शुक्रवार को श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। कथा में बाल व्यास आयुष कृष्ण नयन ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का अत्यंत सुंदर वर्णन किया, जिसे सुनकर भक्त भावविभोर हो उठे। उन्होंने कथा में कहा कि भगवान को कोई अहंकार से नहीं बांध सकता, जैसे दुर्योधन असफल रहा, लेकिन जब माता यशोदा ने प्रेम से बांधना चाहा, तो प्रभु ने स्वयं को बंधवाना स्वीकार किया। बाल व्यास जी ने आगे कहा, प्रभु का एक ही नियम है, जब प्रेम प्रबल हो तो वह अपने नियम भी बदल देते हैं। अपना मान भले ही टल जाए, पर भक्त का मान नहीं टलने देते। हरिशंकर मित्तल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कथा में गोवर्धन पूजा और कृष्ण ...