शामली, अगस्त 2 -- नगर में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के समापन अवसर पर शुक्रवार को प्रात हवन यज्ञ के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। थाना भवन नगर के अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित श्री शिव पुराण कथा के आठवें दिन कथा व्यास राज राजेश्वर महाराज ने कहा भगवान शिव गले में सर्पों की माला पहनते हैं मगर अपनी शांति का त्याग नहीं करते। सर्पों की माला धारण करना अर्थात अनेक मुश्किलों को अपने ऊपर ले लेना। जीवन है तो मुश्किलें तो आएगी फर्क सिर्फ इतना है कि जो उन्हें हंसके सह लेता है वह शिव बन जाता है और जो उन्हें नहीं सह पाता वह शव बन जाता है। इस श्रावण मास में भगवान शिव के जीवन से एक और प्रेरणा लेकर अपने जीवन को दिव्य और दैवीय बनाने का प्रयास करते हैं। कथा मानव को जीवन जीना सिखाती है।समापन अवसर पर...