जामताड़ा, मार्च 2 -- फतेहपुर। फतेहपुर नंदीधाम में सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के पांचवें दिन शुक्रवार रात को कथावाचक आचार्य बालव्यास पंडित विवेक ने भगवान शिव-पार्वती विवाह प्रसंग पर कथा सुनाया। मौके पर कथावाचक ने कथा के प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए कहा कि माता पार्वती का जन्म मैना के घर में हुआ। श्री नारद जी के कहने पर मैना ने भगवान शिव को पाने के लिए कठोर तपस्या की। छोटी उम्र में ही उन्होंने यह संदेश दिया कि संसार में बिना तपस्या के कुछ भी प्राप्त नहीं किया जा सकता। भगवान शिव को पाने के लिए भी तपस्या करनी पड़ती है। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए और वरदान दिया कि शीघ्र ही उनका विवाह होगा। कहा कि शिव और पार्वती का विवाह बहुत भव्य और विचित्र थी। ऐसी शादी कभी नहीं हुई। शिव दुनिया के सबसे तेजस्वी देव हैं। शिव व पार्वती एक दूस...
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