दुमका, फरवरी 27 -- दलाही प्रतिनिधि मसलिया प्रखंड क्षेत्र के सापचाला पंचायत अजमेरी गांव के बालाजी मंदिर प्रांगण में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के तृतीय दिवस की कथा में श्री धाम वृंदावन निवासी शिवम कृष्ण महाराज ने श्रोताओं को शिवलिंग की पूजा का महत्व को विस्तृत रूप से बताया। कथावाचक कथा का वर्णन करते हुए कहा कि दो प्रकार के शिवलिंग होते हैं ज्यादा शिवलिंग स्थिर शिवलिंग स्थिर शिवलिंग की स्थापना मंदिर शिवालयों में की जाती है। घर पर हमेशा चार शिवलिंग ही रखना चाहिए और वह अङुष्ठ बराबर ही होना चाहिए।भगवान शिव का दूध की धारा से अभिषेक करने से वंश की वृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। शहद और गन्ने के रस से भगवान शंकर का अभिषेक करने से लक्ष्मी की वृद्धि होती है। जल की धारा से अभिषेक करने से भगवान शंकर घर में सुख शांति की वृद्धि करते हैं । भगवान ...