मैनपुरी, जुलाई 16 -- नगर के भीमसेन मंदिर में श्रावण मास महोत्सव के तहत चल रही श्री शिवमहापुराण कथा के सातवें दिन आचार्य कीर्ति बल्लभ मैंदोलिया ने कहा कि श्रावण मास में भगवान शंकर की आराधना से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। आचार्य ने कहा कि यूं तो भगवान शंकर की पूजा के लिए सोमवार का दिन पुराणों में निर्धारित किया गया है। लेकिन पौराणिक मान्यताओं में भगवान शंकर की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन महाशिवरात्रि, उसके बाद सावन के महीने में आने वाला प्रत्येक सोमवार, फिर हर महीने आने वाली शिवरात्रि और सोमवार का विशेष महत्व है। आचार्य ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि प्रबोधनी एकादशी से सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु सारी जिम्मेदारियों से मुक्त होकर अपने दिव्य भवन पाताल लोक में विश्राम करने के लिए जाते हैं और अपना सारा कार्यभार महादेव को सौंप देते हैं...