गोपालगंज, जुलाई 26 -- संत शिरोमणि ने गोपीजनों के साथ भगवान श्रीकृष्ण की श्रेष्ठतम महारास लीला का किया वर्णन कहा -जब पूर्ण आस्था और विश्वास के साथ ईश्वर की शरण में जाने से होती है भगवत की प्राप्ति पंचदेवरी, एक संवाददाता। पंचदेवरी प्रखंड के श्रीराम जानकी मंदिर, भठवां में आयोजित श्रीमद् भागवत महायज्ञ के छठे दिन रामचरितमानस की कथा में श्रीराम और माता सीता के विवाह प्रसंग का वर्णन सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। इस अवसर पर मानस मर्मज्ञ रामअवध शुक्ल 'रामायणी ने श्रीराम-सीता विवाह की कथा सुनाते हुए कहा कि राजा जनक के दरबार में भगवान शिव का धनुष रखा हुआ था। जिसे कोई उठा भी नहीं सकता था। एक दिन सीता जी ने घर की सफाई करते समय सहज भाव से उस धनुष को उठाकर एक ओर रख दिया। यह देख राजा जनक अत्यंत आश्चर्यचकित हुए। तभी उन्होंने यह प्रतिज्ञा की कि जो वीर इ...