संभल, मई 17 -- नगर के रामा कान्वेंट स्कूल में भारतेंदु नाटक अकादमी एवं संस्कृत विभाग, लखनऊ द्वारा आयोजित रंग पाठशाला लोकनाट्य कार्यक्रम के सातवें दिन विशेष प्रशिक्षण हुआ। जिला संयोजक डॉ. ममता राजपूत ने इस अवसर पर भगवान राम और भरत के संवाद का सजीव प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम में भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास पर जाने तथा भरत के ननिहाल में होने की कथा पर आधारित संवाद को बारीकी से समझाया गया। राम जब वनवास पर जाते हैं और भरत ननिहाल में रहते हैं, तब अयोध्या में पता चलता है कि माता कैकई ने राम को 14 वर्ष के वनवास के लिए भेज दिया है। इस खबर से भरत अत्यंत दुःखी हो जाता है और वह राम को वापस लाने के लिए वन की ओर निकलता है। डॉ. ममता राजपूत ने रामलीला के पात्रों को सावधानीपूर्वक प्रशिक्षण देते हुए बताया कि कैसे भरत भगवान राम के खड़ाऊ लेकर अयोध्या आते है...