मुजफ्फर नगर, जुलाई 16 -- मुजफ्फरनगर। गांधीनगर स्थित श्री श्यामा श्याम मंदिर में चल रही शिव पुराण कथा में अहिल्या उद्धार और रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का प्रसंग सुनाया। पं. जगमोहन भारद्वाज ने बताया कि गौतम ऋषि सप्तर्षियों में से एक वैदिक काल के एक महान ऋषि थे। वे मंत्रों के ज्ञाता और मंत्रद्रष्टा थे। उनकी पत्नी का नाम अहिल्या था। एक बार, गौतम ऋषि किसी काम से अपने आश्रम से बाहर गए थे। जब गौतम ऋषि वापस लौटे, तो उन्होंने इंद्र को अपने रूप में देखा, जिससे क्रोधित होकर उन्होंने इंद्र को श्राप दे दिया और अहिल्या को भी पत्थर बन जाने का श्राप दिया। गौतम ऋषि के श्राप से अहिल्या पत्थर की शिला बन गईं। त्रेता युग में भगवान श्रीराम जब मिथिलापुरी जा रहे थे, तो उन्होंने अहिल्या का उद्धार किया। जगमोहन भारद्वाज ने बताया कि त्रेता युग में जब भगवान श्रीराम श्री ...