मिर्जापुर, नवम्बर 8 -- जमालपुर(मिर्जापुर)। क्षेत्र के बहुआर गांव स्थित रविंद्रालय में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा की तीसरी संध्या शुक्रवार को मानस कोकिला पंडित विजय लक्ष्मी शास्त्री ने अपने मधुर आवाज में श्रोताओं को भगवान श्रीराम की बाल लीलाओं एवं उनके गुरुकुल जीवन की प्रेरणादायक कथा को सुना कर भावविभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम की बाल लीलाएं अत्यंत मनोहर, मधुर एवं प्रेरणादायी हैं। बताया कि श्रीराम ने अपने भाईयों संग गुरुकुल में रहकर महर्षि वशिष्ठ से शिक्षा ग्रहण की थी। वही शिक्षा आगे चलकर उनके जीवन का आधार बनी भगवान श्रीराम सदैव धर्म और मर्यादा का पालन किया करते थे। मनुष्य को हमेशा हर क्षण भगवान का स्मरण करना चाहिए, क्योंकि जिस क्षण भगवान का स्मरण नहीं किया जाता, वह क्षण व्यर्थ हो जाता है। भक्ति और विश्वास मनुष्य के हृदय मे...