भागलपुर, मार्च 21 -- सुल्तानगंज, निज संवाददाता। भगवान भाव के भूखे होते हैं, जब-जब धर्म की हानि होती है तब-तब प्रभु का अवतार होता है। उक्त बातें मध्य विद्यालय नारायणपुर प्रांगण में आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ में वृंदावन से पधारी कथा वाचिका अंजली किशोरी ने कथा के चौथे दिन कही। उन्होंने कहा कि प्रभु लीलाएं करते हैं, भाव होनी चाहिए। कभी भी किसी मनुष्य से घृणा नहीं करनी चाहिए।

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