अलीगढ़, सितम्बर 9 -- अतरौली। श्री राधे राधे मण्डल के 38 वें वार्षिक उत्सव में कथा व्यास सुनील कृष्ण महाराज ने तीसरे दिवस भगवान और भक्त की कथा सुनाई उन्होंने भक्त नरसी की कथा सुनाते हुए कहा की नरसी मेहता भगवान श्री कृष्ण के एक प्रसिद्ध संत कवि थे. उनकी कथा का सबसे प्रसिद्ध प्रसंग है "नानी बाई का मायरा". इस कथा में वर्णन आता है की जब नरसी भक्त को अपनी पोती के विवाह के लिए भात भरने का निमंत्रण मिला और धन की कमी थी, तो उन्होंने श्री कृष्ण का स्मरण किया. भगवान कृष्ण ने स्वयं द्वारकाधीश के रूप में 'सांवरिया सेठ' बनकर नरसी जी की मदद की और बेहिसाब धन और सामान के साथ भात भरने आए, भगवान ने अपने भक्त नरसी जी की लाज रखी.नरसी मेहता बचपन से ही भगवान कृष्ण के परम भक्त थे और साधु-संतों के साथ उनका विशेष प्रेम था. यह कथा उस समय की है जब नरसी मेहता को अपनी...
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