लखनऊ, अगस्त 4 -- गोमती नगर, विभूति खंड स्थित दयाल गेटवे कंवेंशन सेंटर में रविवार को सप्त दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ हुआ। कथा पूर्व पहले दिवस पर सुबह भव्य कलश यात्रा निकाली गई। पीले वस्त्र धारण कर व्रती महिलाएं सिर पर पवित्र कलश रखकर निकली। हल्की फुहारों व गाजे-बाजे के बीच कलश यात्रा दयाल गेटवे कन्वेंशन सेंटर से शुरू हुई। मंत्री आवास स्थित मंदिर पर पूजन के बाद वापस कथा स्थल पहुंची। यहां पर विधि-विधान से कलश स्थापना हुई। शाम को श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन कथा व्यास आचार्य शांतनु जी महाराज ने भागवत महात्म्य का सुंदर का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भागवत में चार अक्षर होते हैं। चारो अक्षर का प्रयोजन है। 'भ माने भगवान, 'ग का मतलब गमन यानी भगवान तक पहुंचाने वाला, 'व का मतलब श्रेष्ठ और 'त का मतलब तरणी यानी भगवान तक प...