मुरादाबाद, सितम्बर 15 -- श्री शिव मंदिर प्रगति विहार में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास धीरशांत दास ने कहा कि भगवान जीवों की मुक्ति के लिए विविध शरीर धारण करते हैं। परिस्थितियों के अनुसार अपने को विभिन्न रूपों में विभक्त करके विष्णु, ब्रह्मा, महेश, राम, वामन एवं कल्कि आदि अवतरण से सृद्धि को संतुलित करते हैं। वह अनंत अवतरण धारण कर भक्तों को बैकुंठवासी बनाते हैं। व्यवस्था में हरिओम गुप्ता, संजीव गुप्ता, नीरव गुप्जा, बबलू सैनी, रीना सैनी, सतीश चंद्र, राम अवतार आदि शामिल रहे।
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