मुजफ्फर नगर, मई 28 -- मुजफ्फरनगर। प्रसन्न सागर महाराज के सुयोग्य शिष्य मुनि सहज सागर महाराज ससंघ (7 पिच्छी) का श्री 1008 नेमीनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में भव्य प्रवेश हुआ। प्रात: नेमिनाथ भगवान का अभिषेक एवं शांतिधारा महाराज द्वारा कराई गई। सहज सागर महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि जब हम भगवान को अर्घ चढा़एं, तो हमे ध्यान देना चाहिए कि अर्घ में पूरे अष्ट द्रव्य है या नहीं। जैसे जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, निवेद, दीप, धूप, बादाम आदि अष्ट द्रव्य होने चाहिए। हमें अर्घ हाथ से नही बल्कि चांदी की तश्तरी मे रखकर चढा़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब आसपास किसी साधु, साध्वी कि दीक्षा हो रही हो तो उसमे जरूर जाना चाहिये तथा भावना भानी चाहिए कि इन्हीं की तरह मेरी भी दीक्षा हो। इस अवसर पर अशोक कुमार जैन को श्री 108 सहज सागर महाराज ने एक वर्ष का नियम दिलाया कि अष्ट...