संभल, अगस्त 7 -- चन्दौसी। शहर के सीता रोड स्थित गीता सत्संग भवन में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के आठवें दिन कथा व्यास प्रशांत मिश्रा ने कहा कि यदि जीव को इस भवसागर से पार होना है तो उसे भगवान के चरणों में पूर्ण आश्रय लेना होगा। उन्होंने कहा कि संसारिक बंधनों से मुक्त होकर मनुष्य को अपने स्वधर्म और ईश्वर भक्ति की ओर अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण और उनके परम भक्त सुदामा के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि सुदामा भगवान के मित्र हैं। भगवान के पास जब वह जाते हैं तो उनके मन में केवल श्रीकृष्ण के चरणों के दर्शन की इच्छा रहती है। लेकिन भगवान ने उनके दुख को अपना दुख माना और उनका घर धन धान्य से भर दिया। सम्पन्न होने के बाद भी सुदामा संसार में अनुरक्त नहीं हुए बल्कि दिन रात्रि भगवान का भजन करके उनके चरणकमलों को...