बक्सर, जून 17 -- प्रवचन भगवान मेरे उदर में पल रहे बच्चे को किसी तरह बचा लीजिए भगवान साड़ी के रूप में अवतार लेकर द्रौपदी की रक्षा की थी फोटो संख्या-21, कैप्सन- मंगलवार को शिवपुरी में कथा कहते आचार्य रणधीर ओझा। बक्सर, निज संवाददाता। नगर के शिवपुरी स्थित काली मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथा व्यास आचार्य रणधीर ओझा ने कहा कि मानव सुख-दुख के रिश्ते के लिए संसार की शरण में जाता है। परंतु मानव के साथ रहने से ही इसका समाधान नहीं है। इसके लिए मानव को भगवान की शरण में जाना पड़ता है। भगवान भी अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। अश्वत्थामा ने उत्तरा के गर्भ में पल रहे शिशु पर ब्रह्मास्त्र छोड़ा। उत्तरा दौड़ते हुए प्रभु के शरण में गिर पड़ी और बोलने लगी भगवान मेरे उदर में पल रहे बच्चे को किसी तरह बचा लीजिए। जबकि, वहां अर्जुन, भीम जैसे समर्थ लो...