मुरादाबाद, जुलाई 23 -- मुरादाबाद। नबावपुरा स्थित पंचायती मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास धीरशांत दास ने कहा कि भगवान के अनंत अवतरणों एवं उनकी दिव्य लीलाओं के श्रवण मात्र से ही मनुष्य आनंद धाम का पात्र बन जाता है। उन्होंने कहा यदि पाप भगवान से अधिक प्रबल होता तो जीव का उद्धार नहीं होता। मगर अंधेरा कितना भी घोर क्यों न हो प्रकाश के आते ही वह नष्ट हो जाता है। इसी तरह सत्संग में आने वाला व्यक्ति तर जाता है। व्यवस्था में हरिओम शर्मा, किशन प्रजापति,माधव कांता देवी दासी, अंकित, राम गोपाल, विपनेश गुप्ता, अमित शर्मा, मधुरिमा जौहरी, पवन अग्रवाल, देवांश अग्रवाल, ममता रानी, महालक्ष्मी देवी दासी, जगदीश यादव आदि मौजूद रहे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...