गढ़वा, सितम्बर 25 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। बिनु सत्संग बिबेक न होई, राम कृपा बिनु सुलभ न सोई उक्त बातें शारदीय नवरात्रि के अवसर पर तिवारी मरहटिया में हो रहे प्रवचन के दौरान उत्तर प्रदेश से आयी प्रवचनकर्ता निशि शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास इस चौपाई में श्रीराम की महिमा का उल्लेख कर रहे हैं। तुलसीदास जी कहते हैं कि सत्संग के बिना ज्ञान जागृत नहीं होता और भगवान की कृपा के बिना सत्संग सुनना भी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इसका स्पष्ट अर्थ यह है कि बिना अच्छी संगति और ईश्वर के प्रति भक्तिभाव रखे बिना कभी भी विवेक हासिल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति का विवेक जागृत नहीं है उसे कभी ईश्वर की प्राप्ति नहीं होगी। जब तक वह ईश्वर के सानिध्य में नहीं जायेगा, तब तक उसका विवेक जागृत नहीं होगा। रामजी की कृपा के बिना सत्संग सहज स...