सहारनपुर, जनवरी 29 -- सिद्धपीठ शिव बगलामुखी मंदिर का 22वां वार्षिकोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा के दूसरे दिन आचार्य पंडित संदीप शर्मा, आचार्य पंडित कुलदीप शर्मा, आचार्य पंडित प्रदीप मिश्रा ने यजमानों से विधिवत श्रीमद् भागवत देव पूजन कराया। श्रीमद् भागवत महापुराण के दूसरे दिन की कथा का रसपान कराते हुए कथा व्यास आचार्य पंडित रोहित वशिष्ठ महाराज ने कहा कि भगवान किसी वस्तु के नहीं केवल और केवल भाव के भूखे है। भगवान के चौबीस अवतारों की कथा सुनाते हुए बताया कि भगवान के चौबीस अवतारों में नारद जी भी एक अवतार कह गए हैं। नारद जी ईश्वर का ही स्वरूप हैं लेकिन हम नारद जी को लेकर अक्सर हंस देते हैं जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। नारद जी हंसी का पात्र नहीं हैं अगर आप भी नारद जी को लेकर हंसते हैं तो आप पाप के भागी बनते है...