दुमका, नवम्बर 1 -- दुमका, प्रतिनिधि। शिवगोपाल मंदिर रसिकपुर परिसर में आयेाजित सात दिवसीय श्री मद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रवचन में कथा व्यास श्यामसुंदर ने महाराज परीक्षित जन्म सहित कपिलेपाख्यान एवं धुव चरित्र पर प्रवचन दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि भगवान का भजन ही सार है बाकी सब बेकार है। आगे कहा कि एक बार परीक्षित महाराज वन में चले गए। उनको प्यास लगी तो शमिक ऋषि से पानी मांगा। उस समय शमिक ऋषि समाधि में थे। इसलिए पानी नहीं पिला सकें। परीक्षित ने सोचा कि साधु ने अपमान किया हैं। उन्होंने मरा हुआ सांप उठाया और शमिक ऋषि के गले में डाल दिया। यह सूचना पास में खेल रहे बच्चों ने शमिक ऋषि के पुत्र श्रृंगी को दिया। जिसके बाद ऋषि के पुत्र श्रृंगी ने शाप दिया कि आज से सातवें दिन तक्षक नामक नाग उन्हें डस लेगा। सातवें दिन ब...