मैनपुरी, अगस्त 4 -- शहर के एकरसानंद आश्रम में श्रावण मास के तहत श्रीमद भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। शनिवार को कथा के पंचम दिवस पोथी पूजन एवं व्यास पूजन कथा के यजमान अवधेश सिंह चौहान व उनकी पत्नी अंजू चौहान ने किया। कथावाचक आचार्य गोविंद देव ने कथा का रसपान कराते हुए कहा कि संतों की कृपा जिस पर हो जाए उसका जीवन संवर जाता है। आचार्य ने कहा कि परीक्षित ने शुकदेव महाराज से प्रश्न किया क्या भगवान ने किसी राक्षस पर भी कृपा की है तो शुकदेव जी ने हिरण्य कश्यप की कथा को सुनाया कि किस प्रकार भगवान ने हिरण्य कश्यप के घर में अपने भक्त प्रहलाद को जन्म दिया और प्रह्लाद को मारने के लिए हिरण्य कश्यप ने अनेकों उपाय किए पर मार नहीं सका। अंत में अपने भक्त की रक्षा के लिए स्वयं भगवान ने नरसिंह अवतार लिया और हिरण्य कश्यप का उद्धार किया।

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