बागपत, सितम्बर 27 -- देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है। बागपत की बात करें तो, यहां पर उनकी यादों का जखीरा मौजूद हैं। अंग्रेजी संसद में बम फेंकने की योजना उन्होंने बागपत के सिसाना में रहकर ही तैयार की थी। यहां पर वे सिसाना गांव निवासी क्रांतिकारी विमल प्रसाद के पास आया करते थे। उनके घर पर रुकते थे और आगे की योजना तैयार किया करते। विमल प्रसाद उन्हें आर्थिक सहायता भी मुहैया कराया करते थे। विमल प्रसाद दिल्ली में पढ़ाई के दौरान क्रांतिकारी बटुकेश्वरदत्त के संपर्क में आने के बाद विमल प्रसाद जैन ने हर तरह से अंग्रेजों के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में अपना योगदान दिया। चार अप्रैल 1929 को एसेंबली में फेंका गया बम छिपाकर रखा गया था। सिसाना गांव में क्रांतिकारी विमल प्रसाद जैन के यह...
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